हर साल १३ फ़रवरी को इंटरनेशनल कंडोम दिन मनाया जाता है। एड्स हेल्थ फ़ाउन्डेशन ने २००९ में शुरु किया था ताकि लोगों में कंडोम के बारे में जागरुकता लायी जाये। यह दिन पुरे विश्व में मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम ‘सेक्सी इस सेफर’ था। इस थीम पर भारत के कई शहरों में अलग अलग कार्यक्रम आयोजित हुए।
इसी में मुंबई में १६ फ़रवरी २०१९, शनिवार को इम्पल्स मुंबई ने ‘करो मगर प्यार से’ इस कार्यक्रम का आयोजन किया।इस कार्यक्रम में कंडोम का सही इस्तेमाल और सुरक्षित संबंधों के विषय में चर्चा की गई। इस विषय पर चर्चा करने के लिए डॉ. दिव्या जो की ए. एच. एफ. ज्योति प्रोजेक्ट में कार्यरत है उन्हें बुलाया गया था। कार्यक्रम के दौरान क़ाफ़ि चर्चाएँ हुई जैसे की किसी भी व्यक्ति से संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करना, कंडोम का सही और सुरक्षित इस्तेमाल कैसे करे, एस. टी. आई. क्या है और होने के लक्षण क्या है? पर चर्चा हुई। इस के उत्तर में डॉ. दिव्या का कहना था की एस. टी. आई. कई तरह के होते है और हर एक के अलग अलग लक्षण होते है। हम एच. आई. वी. के जाँच के साथ अपने एस. टी. आई. की भी जाँच करवा सकते है। समय पर और सहि दवाइयों से हम एस. टी. आई. का ईलाज कर सकते है। एच. आई. वी. की जाँच हम किसीं भी सरकारी अस्पताल में मुफ़्त में करवा सकते है। उन्हो ने यह भी कहा की अगर कोई एच. आई. वी. पोझिटीव है तो उन के लिए भी दवाइयाँ है। उन्हो ने सहभागियों के प्रश्नों का भी जवाब दिया और कार्यक्रम के अंत में यह कहा की अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है तो हमेशा इस का ध्यान रखे।
इस प्रकार के कार्यक्रमों से लोगों में जागरुकता आती है और लोग खुलकर बोल पाते है। आज भी हमारे समाज में सेक्स के प्रति लोगों में बोलने पर जीजक है। पर यह भी सच है की जब आप बोलेंगे, मुँह खोलेंगे तभी तो ज़माना बदलेगा।